चंपारण (विसंके)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से बिहार में व्याप्त शैक्षणिक अराजकता रोजगार समस्या और बार-बार शिक्षक नियमावली में परिवर्तन के विरोध में एक दिवसीय धरना का आयोजन चंपारण स्थित समाहरणालय के पास किया गया। धरना को संबोधित करते हुए चंपारण के विभाग संयोजक सुजीत मिश्रा ने कहा कि आज जिस प्रकार शिक्षक भर्ती नियमावली मे बार-बार परिवर्तन किया जा रहा है इससे साफ जाहिर है कि बिहार सरकार की शिक्षा नीति ढुलमुल है।
सरकार छात्र युवा को ठगने के लिए बार-बार नियमावली मे परिवर्तन कर रोजगार देने से बच रही है। यह बिहार सरकार के छात्र एवं युवा विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। बिहार सरकार को एक दीर्घकालिक शिक्षक नियमावली लागू करना चाहिए। वहीं जिला संयोजक अभिजीत राय ने कहा की बिहार की शिक्षा बदहाल स्थिति से गुजर रही है आने वाले समय में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलना कठिन हो जाएगा बिहार की मेघा के साथ खिलवाड़ किसी कीमत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बिहार के मुख्यमंत्री जी शायद यह भूल गए हैं की उनकी राज्य में स्थापना 74 के छात्र आंदोलन के समय हुई थी लेकिन अगर ऐसे कार्य करेंगे तो हम जैसे छात्र उनको सत्ता से ऊँखाड़ फेंकेने का कार्य करेंगे।
प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य विशाल झा मोहित गुप्ता सुशांत सिंह ने कहा कि जिले में भी शैक्षणिक अराजकता व्याप्त है नामांकन एवं अन्य कार्यों में अवैध उगाई हो रही है लेकिन सरकार प्रशासन कुंभकरण रूपी नींद में सोई हुई है।
इस अवसर पर नगर मंत्री रंजीत श्रॉफ नगर सह मंत्री अभिषेक गुप्ता तथा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य ऋचा श्रीवास्तव ने भी धरना को संबोधित किया। मौके पर कॉलेज अध्यक्ष सितांशु मिश्रा, खेलकूद मंत्री अभयानन्द दीक्षित आदी ने भी अपना सम्बोधन रखा। मौके पर अमित श्रीवास्तव, चंदन सैनी, सागर श्रीवास्तव, अंकित तिवारी धर्मेश गुप्ता, सुशांत सिंह प्रियेश गौतम आशीष गुप्ता निखिल अमित श्रीवास्तव जुनेद आलम, इशान आलम, आदित्य मौसम, प्रशांत मिश्रा अंकित अभिषेक रोहित राय , राकेश शिवम धनु आदि सैकड़ों कार्यकर्त्ता छात्र उपस्थित रहे।