सेवागाथा – माटी भी बनी अनमोल, दधीचि देहदान समिति
रश्मि दाधीच जब माटी में माटी मिली, उस माटी का क्या मोल? जो मरकर भी जीवन दे जाए वो माटी है अनमोल. घर के बाहर खड़ी शववाहिनी व आंगन में मृत पति की देह! वर्षों पहले किये गये संकल्प को पूरा करने का इंतजार कर रही थी. दूसरी ओर नादान बच्चों के स्वर अपनी मां…