पटना, 23 फरवरी। सरकार से अनुमति मिलने पर बिहार के कई हिस्सों में बचत और साख समिति की योजना पर सहकार भारती काम कर रही है। बिहार प्रदेश के अध्यक्ष दीपक चौरसिया ने बताया कि राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि बिहार के कई हिस्सों में बचत एवं साख समिति प्रारंभ की जाए लेकिन केंद्र और राज्य सरकार से अनुमति मिलने के बाद ही इस पर कार्यवाही हो पाएगी। बिहार में सहकार भारती के कार्यों के बारे में बताते हुए श्री चौरसिया ने कहा कि राज्य में कई स्थानों पर सहकार भारती द्वारा किसानों के लिए सहकारी समितियां बनाई गई हैं। पटना में सरसों के तेल का उत्पादन फेस नाम से किया जा रहा है इसके अलावा हाजीपुर में भी झाड़ू का झाड़ू एवं अन्य चीजों का उत्पादन हो रहा है। सहकार भारती सब्जी उत्पादकों के लिए भी योजनाएं बना रही है।
सहकार भारती के राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि सहकार भारती के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक 17 और 18 फ़रवरी को डीएनएस क्षेत्रीय सहकारिता प्रशिक्षण प्रबंधन संस्थान, पटना में संपन्न हुई। बैठक में पूरे भारत से करीब 250 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। बैठक का उद्घाटन राष्ट्रीय अध्यक्ष ज्योतिंद्र भाई ने किया।
बैठक में उपस्थित सहकारी समितियां तथा संस्थानों ने एक स्वर में कहा कि अर्बन को-ऑपरेटिव बैंकों को अंब्रेला ऑर्गनाइजेशन खड़ा करने की अनुमति मिलनी चाहिए एवं सभी राज्यों को संविधान के 97 वें संशोधन के अनुसार अपने प्रदेश को नई कानून बनाने की बात कही।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक रामदत्त चक्रधर जी ने कार्यकर्ता निर्माण पर जोर देते हुए कहा कि श्रेष्ठ कार्यकर्ता निर्माण करने के लिए श्रेष्ठ एवं प्रमाणित कार्यकर्ता होना चाहिए ऐसे कार्यकर्ताओं से सहकारिता सफल होगी तथा आर्थिक स्वावलंबन मिलना शत प्रतिशत संभव हो जाएगा। उन्होंने सहकार भारती के ध्येय वाक्य का स्मरण कराया कि ‘बिना संस्कार नहीं सहकार और बिना सहकार नहीं उद्धार।‘
राष्ट्रीय महामंत्री माननीय देव जोशी जी के द्वारा सहकार भारती के उद्देश्य तथा कार्यक्रमों की रूपरेखा प्रस्तुत किया गया। उन्होंने सरकार भारती के क्षेत्र, घटनाओं तथा सहकार भारती द्वारा उसके समाधान की बात कही।कार्यक्रम का स्वागत भाषण बिहार प्रदेश के अध्यक्ष दीपक चौरसिया द्वारा किया गया।
उदघाटन सत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र कार्यवाह डॉ मोहन सिंह, कृष्ण चतुर्वेदी, रविंद्र कुमार सिन्हा, प्रमिला सिन्हा सहित कई लोग उपस्थित थे। बैठक में भारत सरकार के कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह का भी मार्गदर्शन मिला।