सीवान (विसके)। प्रकृति को धन्यवाद देने और उसकी रक्षा का संकल्प लेने के लिए 29 अगस्त को सुबह 10 से 11 बजे तक ‘प्रकृति वंदन’ कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। यह कार्यक्रम हिंदू आध्यात्मिक और सेवा फाउन्डेशन और पर्यावरण गतिविधि के संयुक्त तत्वाधान में देश भर के सभी जिलो में मनाया जा रहा है।
प्राकृत वंदना कार्यक्रम के सारण प्रमंडल संयोजक प्रकाश श्रीवास्तव ने बताया कि 29 अगस्त को सारण प्रमंडल के तीनों जिलें छपरा, सीवान व गोपालगंज के हजारों परिवार
पर्यावरण संवर्धन का संकल्प लेते हुए प्रकृति का वंदन करेंगे। इस दौरान शारीरिक दूरी और मास्क पहनने के नियम का पालन किया जाएगा। कार्यक्रम में लोग घर या सार्वजनिक पार्कों व बगीचों में लगे वृक्षों व पौधों की पूजा करेंगे।
बताया कि प्रकृति का संवर्धन भारतीय संस्कृति और परंपरा का अभिन्न अंग रहा है। उन्होंने कहा कि जब से सृष्टि की रचना हुई है, तब से मानव को प्रकृति ने सदैव कुछ न कुछ दिया है। मनुष्य ने अपने बुद्धि-बल से विज्ञान और प्रौद्योगिकी द्वारा प्रगति की है। फिर भी, इंसान को सदैव स्मरण रहना चाहिए कि उसके द्वारा प्रकृति का शोषण उस चरम सीमा तक न पहुंच जाए कि सारा संतुलन ही बिगड़ जाए।
उन्होंने कहा कि आज हमने अपने वातावरण को इतना दूषित कर दिया है कि सांस लेना कठिन हो रहा है। पेयजल को भी स्वच्छ किए बिना पीना असंभव है। धरती को अधिक पैदावार के लिए जहरीला कर दिया है। प्राकृतिक संसाधनों के बेरोकटोक दोहन के कारण प्रकृतिको खतरा पैदा हो गया है। इसे लेकर लोगों को जागरूक करना वर्तमान में हमारी नैतिक जिम्मेदारी बन गई है। हम तभी पर्यावरण पर संतुलन बनाए रखने में सक्षम होंगे और भावी पीढ़ी को शुद्ध एवं स्वच्छ वातावरण दे पाएंगे।