पटना, 13 फरवरी. कलम के चित्रकार और दामोदर प्रसाद अम्बष्ठ के शिष्य रहे तारकनाथ बड़ेरिया का निधन हो गया. वे 92 वर्ष के थे और लंबे समय से बीमार चल रहे थे. उनका पार्थिव शरीर अस्पताल से उनके आवास स्थल हाजीगंज में लाया गया. हाजीगंज से उनका अंतिम शवयात्रा निकाली. प्रभात, प्रमोद, सुबोध बड़ेरिया उनके तीन पुत्र हैं. तारकनाथ के निधन पर डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी, पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव ने उनके निधन पर शोक जताया है.
आपको बताते चले कि वे संस्कार भारती के पाटलिपुत्र इकाई के संरक्षक थे. 28 साल से संस्कार भारती में जुड़े बाबा तारकनाथ बड़ेरिया संस्कार भारती दक्षिण बिहार के पूर्व उपाद्य्यक्ष रह चुके हैं. पाटलिपुत्र इकाई के पूर्व में अध्यक्ष रह चुके हैं. वर्तमान में वह संस्कार भारती के संरक्षक के पद पर थे.

तारकनाथ बड़ेरिया उकेरे गये चित्र
बाबा तारकनाथ बड़ेरिया ने कलम शैली में सन् 1957 में डिप्लोमा किया था. पटना व दिल्ली के कई प्रमुख पत्र-पत्रिकाओं में उनकी रचनाएँ एवं साक्षात्कार प्रकाशित हो चुके हैं. आल इंडिया फाइन, आर्ट्स एवं क्राफ्ट से सम्मानित बाबा तारकनाथ को दिल्ली, नागपुर, लखनऊ, पटना में चित्रकला से सम्बंधित अनेक सम्मान मिल चुके हैं. आज दोपहर 2 बजे अंतिम संस्कार की विधि पूर्ण की गयी. मुखाग्नि उनके बड़े बेटे सुबोध कुमार बड़ेरिया ने दी.