पटना, 17 जुलाई। पटना स्थित इंदिरा गाँधी आयुर्विज्ञान संस्था में संत टेरेसा चर्च की स्थापना की जा रही थी जिसके निर्माण कार्य को स्थानीय लोगों ने आज रोक दिया।
शेखपुरा विकास समिति के सैकड़ो कार्यकर्ताओ ने आज इस विषय को लेकर बिहार सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. स्थानीय लोगो का कहना है कि निर्माणाधीन चर्च जोसुआ प्रोजेक्ट का हिस्सा तो नहीं हैं. आस-पास में सौ से कम इसाई समुदाय के लोग रहते है. कुछ ही दुरी पर एजी कॉलोनी में एक चर्च है फिर इस नए चर्च का क्या काम?
आईजीआईएमएस में किसी समुदाय के पूजा की कोई विशेष व्यवस्था नहीं है. आखिर बिहार सरकार इस संस्था का इसाईकरण क्यों करने पर आमादा है?
ज्ञात हो की आईजीआईएमएस में अवैध रूप से संत टेरेसा चर्च के निर्माण के लिए डेढ़ कट्टा जमीन दी गई थी. बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी अल्पसंख्यक विभाग के उपाध्यक्ष सिसिल साह ने चर्च का शिलान्यास भी किया था. इस मौके पर संस्था के डायरेक्टर डॉ. एन.आर विश्वास के साथ संस्था के कई स्टाफ मौजुद थे.
इस सन्दर्भ में जब संस्था के डायरेक्टर डॉ. एन.आर विश्वास से बातचीत की गई तो उनका कहना था कि मुझे मौखिक रूप से चर्च निर्माण का आदेश दिया गया है.
समिति के अभिषेक राजा ने कहा कि इंदिरा गाँधी आयुर्विज्ञान संस्था में बननेवाला चर्च अवैध है. सरकार को जहाँ मरीजों के लिए उचित दवाई और भवन का निर्माण कराना चाहिये वही इसके विपरीत काम कर रही है.
मरीज के साथ आये लोग गर्मी, सर्दी और वर्षा में खुले आसमान के नीचे सोते है उनके लिए भवन निर्माण न कराकर विशेष समुदाय को लाभ पहुँचाने और धर्म परिवर्तन को बढ़ावा देने के लिए इस तरह का कार्य कर रहे हैं.