गया, 7 सितंबर- पाटलिपुत्र सिने सोसायटी द्वारा निर्मित डाॅक्युमेंट्री ‘गयाधाम पिंडदान’ का लोकार्पण गुरूवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय बौद्धिक शिक्षण प्रमुख माानीय स्वांत रंजन एवं विधान पार्षद् कृष्ण कुमार सिंह ने गया में किया। लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए स्वांत रंजन ने कहा कि सनातन संस्कृति की जो बातें हैं इसको डाॅक्युमेंट्री के माध्यम से सामने लाया जाना महत्वपूर्ण है। इससे नई पीढ़ी अपने परंपराओं से अवगत होती है। वर्तमान परिपेक्ष्य में जब मीडिया द्वारा तथ्यों को विकृत कर पड़ोसा जा रहा है ऐसे में यह जरूरी है कि सही चीजें अपने मूल रूप में समाज के बीच जायें।
उन्होंने कहा कि पिंडदान की परंपरा हजारों साल से चली आ रही है और विश्व के किसी कोने में रहने वाले हिन्दू पिंडदान करते हैं। उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि इस वृत्तचित्र के माध्यम से पिंडदान प्रक्रिया और इसके महत्व को अधिक-से-अधिक लोगों के बीच पहुंचाया जायेगा।
इस मौके पर विधान पार्षद कृष्ण कुमार सिंह ने कहा कि गया विश्व की प्राचीनतम नगरों में से है। भारत सरकार ने बनारस के साथ-साथ गया को धरोहर नगरी घोषित किया है। उन्होंने कहा कि पिंडदान पर डाॅक्युमेंट्री बनने से इस विषय में जानना-समझना और भी सरल हो गया है।
धन्यवाद ज्ञापन करते हुए रौशन जी ने कहा कि आज तकनीक के समय में नई पीढ़ी किसी भी चीज को संक्षिप्त रूप में और मोटे तौर पर समझना चाहती है। इसी लिहाज से यह डाॅक्युमेंट्री उपयुक्त है। इसके पूर्व दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की शुरूआत की गई। मंच संचालन विश्व संवाद केंद्र के संपादक संजीव कुमार ने किया। डाॅक्युमेंट्री के विषय वस्तु की जानकारी इसके निर्देशक प्रशांत रंजन ने दी। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दक्षिण बिहार के प्रांत प्रचार प्रमुख राजेश पांडेय, केंद्रीय विस्सहवविद्यालय के सनत शर्मा, हरेश पांडेय, गया कॉलेज के जनसंपर्क पदाधिकारी नागमणि, सामाजिक कार्यकर्ता सुमित, मुन्ना समेत कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।