सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत, एनसीसी फाउंडेशन के अध्यक्ष पद्मश्री एवीएस राजू ने प्रदान किया. पुरस्कार सरसंघचालक जी ने नानाजी के जीवट व्यक्तित्व को रेखांकित करते हुए उनके शुरुआती जीवन का एक उद्धरण सुनाया।
उन्होंने बताया कि एक बार संघ के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार नानाजी के निवास पर गए। वहां एक स्वतंत्रता सेनानी की तस्वीर के नीचे एक पंक्ति लिखी थी- “मैं अपने देश के लिए कैसे मर सकता हूँ?”
इस पर डॉक्टर जी ने नानाजी से कहा कि इस पंक्ति को बदल दो और स्वयं से पूछो कि मैं देश के लिए कैसे जी सकता हूँ। बस, वहीं से नानाजी ने देश के लिए स्वयं को समर्पित कर दिया।