जिला बैठक में उठा आषा की उपेक्षा का मामला, कहा- जान जोखिम में डाल कार्य करने पर नहीं मिलता मेहताना
नवादा (विसंके)। कोरोना जैसी भंयकर महामारी में जमीन पर कार्य करने वाली आशा कार्यकर्त्ता आज विभागीय उपेक्षा का दंश झेलने को मजबूर है। एक ओर जहां कोरोना महामारी में लोग घरों में बैठे थे वैसी स्थिति में भी बिना आवश्यक सुरक्षा कीट उपलब्ध होने की बाद भी खुद किसी तरह अपनी सुरक्षा कर रोजी रोटी के लिए गांव-गांव आमलोगों का सर्वे कर विभाग को सूचना उपलब्ध करायी। लेकिन जब बात प्रोत्साहन राशि की होती है तो विभागीय अधिकारी से बात किये जाने पर आशा वर्करों को गुस्से का शिकार होना पड़ता है। उक्त बातें स्थानीय संघ कार्यालय में आशा स्वास्थ्य कार्यकर्त्ता संघ, नवादा जिला इकाई की बैठक में उपस्थित संघ की प्रदेष महामंत्री इन्दु झा ने कही। उन्होंने कहा कि जब कार्य के बदले मेहनताना की बात अधिकारीयों के पास रखते है तो गुस्से में चयनमुक्त करने की बात करते है। ऐसे में आठ महीनों से बिना प्रोत्साहन राषि के कार्य करने में काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है।

बैठक में उपस्थित प्रखंड आशा प्रतिनिधियों ने बताया कि सरकार द्वारा आशा के लिए बनाये गये ऑनलाइन प्रक्रिया महज छलावा बनकर रह गया है। ऑफलाइन से ज्यादा जटिल प्रक्रिया से गुजरने के कारण आनलाइन का भुगतान किसी भी प्रखंडों में पिछले छह माह से नहीं किया जा रहा है।
बैठक में प्रदेश महामंत्री इन्दु झा के अलावे जिलाध्यक्ष राधा देवी, अनिता कुमारी, रंजु कुमारी अम्बष्ठा, पूजा कुमारी, प्रतिमा सिन्हा, रीता कुमारी, वीणा कुमारी, कुमारी डेजी, अंजु कुमारी, अनिता कुमारी, करूणा कुमारी, सुनैना कुमारी सहित दर्जनों आशा कार्यकर्ता आदि मौजूद थी।