पटना (विसंके)। त्रिपुरा में अखिल भारतीय विधार्थी परिषद् के कार्यकर्ता पर अपराधियों द्वारा जानलेवा हमले का देशव्यापी विरोध किया कजा रहा है। इसको लेकर पटना में भी आज अभाविप के कार्यकर्ताओं ने विरोध मार्च निकला। मालूम हो की त्रिपुरा के कैलाशहर में 29 अक्टूबर को अखिल भरतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्यता अभियान में लगे निहत्थे कार्यकर्ताओं पर उन्मादियों द्वारा जानलेवा हमला किया गया था, जिसमे कई छात्र घायल हुए थे। हमले के विरोध में आज पटना महानगर द्वारा आयोजित आक्रोश मार्च बीएन काॅलेज से गाँधी मैदान स्थित कारगिल चौक तक गया जहाँ एक सभा में तब्दील हो गया। अभाविप पटना महानगर ने आक्रोश मार्च के माध्यम से हमले में संलिप्त सभी दोषियों पर कड़ी कार्यवाही करते हुए गिरफ्तारी की मांग करती है।
सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश सह मंत्री नीतीश पटेल ने कहा कि जिस प्रकार से कैलाशहर के R.K.I स्कूल, त्रिपुरा में, सदस्यता अभियान के दौरान अभाविप के कैलाशहर नगर-शाखा मंत्री सिबाजी सेनगुप्ता पर अपराधी मानसिकता से ग्रस्त लोगों द्वारा चाकू घोपकर जानलेवा हमला किया गया। देश भर का छात्र समुदाय इस हिंसा से आक्रोशित है तथा इस हमले की घोर भर्त्सना करता है तथा इस घटना में दोषी मोहम्मद नज़मुल इस्लाम सहित सभी दोषियों को शीघ्रातिशीघ्र गिरफ़्तार कर कड़ी सज़ा देने की मांग करती है।अभाविप देशभर में छात्र एवं राष्ट्र हितों के लिए समय-समय पर आवाज़ बुलंद करती रहती है तथा इस बात से परेशान रहने वाले देशविरोधी तत्व, पूरी लगन से देशसेवा में लगे कार्यकर्ताओं को डराने के लिए ऐसी कायराना हरकतों को अंजाम देते रहते हैं। अभाविप पटना महानगर प्रशासन से जिहादी तंत्र को तोड़ने की शीघ्र कार्यवाही करे इस प्रकार की मांग करती है।
पटना विश्वविद्यालय के संयोजक अभिनव शर्मा ने कहा “त्रिपुरा में हुई घटना से हम सभी स्तब्ध हैं। इस प्रकार के हमलों से हमको डराने वाले प्रयास कभी सफल नहीं हो सकेंगे। वहीं छात्र नेता वरूण सिंह ने कहा कि अभाविप का प्रत्येक कार्यकर्ता एक परिवार की तरह ओर घायल कार्यकर्ता के साथ खड़ा है। तथा ऐसे देशद्रोही मानसिकता के लोगों के विरुद्ध सदैव खड़े रहने के लिए प्रतिबद्ध है।
मार्च के दौरान विभाग संयोजक शशि कुमार, गौरव रंजन, कुमार विवेकानंद, रौशन शर्मा, जिला संयोजक विक्की साह, राजीव रंजन, ज्ञानकुंज विभूति, शशी सिंह, कुन्दन कुमार, आयुष कुमार, अभिषेक पांडेय, आदित्य कुमार, सोनू कुमार, ओमप्रकाश तिवारी, सहित दर्जनों कार्यकर्ता शामिल थे।