पूरनमल बाजोरिया शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय नरगाकोठी भागलपुर के प्रांगण में चल रहे मूल्यांकनकर्ता प्रशिक्षण कार्यशाला के दूसरे दिन सत्र का प्रारंभ सरस्वती विद्या मंदिर शास्त्री नगर पटना के प्रधानाचार्य डॉ देवेन्द्र कुमार, सरस्वती शिशु मंदिर स्टेशन रोड बाढ़ के प्रधानाचार्य आशुतोष कुमार सिंह एवं सरस्वती शिशु मंदिर रामगढ़ कैमूर के प्रधानाचार्य राजीव रंजन ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
विद्या भारती के मानक परिषद् के राष्ट्रीय संयोजक राकेश शर्मा ने बताया कि गुणवत्ता का मूल्यांकन करने हेतु मानक के आधार पर कक्षा प्रणाली की कार्यसाधकता को मूल्यांकित किया जाता है ।शिक्षा के सभी पहलुओं की योजना बनानी चाहिए। कक्षा में अध्ययन-अध्यापन के समय प्रयोगात्मक शिक्षण पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। बच्चों में आनन्ददायी अधिगम से पढ़ाने की आदत डालनी चाहिए। आधुनिक विधियों से बच्चों की शैक्षणिक गुणवत्ता बेहतर की जा सकती है।
प्रांत संयोजक वीरेन्द्र कुमार ने कहा कि विद्या भारती शिशु मंदिर के आचार्यों के माध्यम से छात्रों को बेहतर नागरिक बनाने में प्रयत्नशील है। भारतीय संस्कृति, धर्म एवं जीवन आदर्शों के अनुरूप बालकों के चरित्र का निर्माण करना विद्या भारती की शिक्षा प्रणाली का मुख्य लक्ष्य है। प्रशिक्षण के तहत सीखी गई विधियों का प्रयोग करके शिक्षक छात्रों की शैक्षिक गुणवत्ता में गुणात्मक सुधार ला सकते हैं।
इस अवसर पर विभाग प्रमुख बजरंगी प्रसाद, प्राचार्य डॉ अजीत कुमार पाण्डेय, राजकुमार ठाकुर, हरेन्द्र नाथ पाण्डेय, अवनीश सिंह, शैलेन्द्र सिंह, संजीव झा, शशि भूषण मिश्र एवं सभी प्रतिभागी उपस्थित थे ।