पटना, 4 दिसंबर। कल रात करीब 9 बजे पटना विश्वविद्यालय परिसर रणक्षेत्र में तबदील हो गया था. एक ओर गुस्साए छात्र जदयू नेता के गाड़ी पर पत्थर बरसा रहे थे वही दूसरी ओर पुलिस अभाविप के कार्यकर्ताओं पर लाठी बरसा रही थी। इस दौरान अभाविप का एक कार्यकर्त्ता पुलिस के हत्थे चढ़ गया। जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर पीरबहोर थाना लाया। अभाविप के कार्यकर्ताओं का कहना है कि ये सभी घटना प्रशांत किशोर के इशारे पर किया गया है। आज बीजेपी नेताओं के विरोध के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के नेताओं को बेल पर छोड़ा गया है। वहीं छात्रों के बाहर आते ही राजधानी के पीरबहोर थाना परिसर में धरना पर बैठे भाजपा नेताओं ने अपना धरना समाप्त कर दिया है।
मालूम हो कि सोमवार को जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर की गाड़ी पर पथराव हुआ था। छात्रों का कहना है की पटना विश्वविद्यालय परिसर में आचार सहिंता लगने के बाद प्रशांत किशोर विश्वविद्यालय के कुलपति से मिलने उनके आवास पर जाने का क्या कारण था।
पथराव का आरोप अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के छात्रों पर लगा था। जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए विद्यार्थी परिषद् के कई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया था। इस गिरफ्तारी को प्रदेश भाजपा ने साजिश करार दिया।
धरना स्थल पर बीजेपी के स्थानीय विधायक नीतिन नवीन, अरुण सिन्हा, हिन्दू जज्रण मंच के रमाशंकर जी, गंगा समग्र के प्रदेश अध्यक्ष अजय यादव, पटना विश्वविद्यालय के निवर्तमान कोषाध्यक्ष नीतिश कुमार समेत कई विधायक और छात्र धरने पर बैठे थे।