बेतिया- वामपंथी उग्रवादी को लेकर आज समाज भयभीत और हतोत्साहित है। यह मजदूरों और दलितों को बंदूक की नोक और पैसे के बल पर गलत राह पर चलने के लिए मजबूर कर रहा है साथ ही जो लोग इसका विरोध करते है उसे एक ही सजा दी जाती है जो जग जाहिर है। वामपंथियों के खिलाफ आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उन्हीं के घर में जाकर उनका विरोध करेगी इस संदरव में अभाविप की नगर इकाई बेतिया द्वारा स्थानीय महारानी जानकी कुँवर महाविद्यालय में नगर सह मंत्री राहुल पांडेय के नेतृत्व में संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
सभा को संबोधित करते हुए परिषद के राष्ट्रिय कार्यकारी परिषद सदस्य धनरंजन कुमार गुड्डू ने कहा कि ‘ईश्वर का अपना घर’ कहा जाने वाला प्राकृतिक संपदा से सम्पन्न प्रदेश केरल लाल आतंक की चपेट में है। प्रदेश में लगातार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया जा रहा है। केरल वामपंथी हिंसा के लिए बदनाम है लेकिन पिछले कुछ समय में हिंसक घटनाओं में चिंतित करने वाली वृद्धि हुई है। खासकर जब से केरल में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की सरकार आई है, तब से राष्ट्रीय विचार से जुड़े निर्दोष लोगों और उनके परिवारों को सुनियोजित ढंग से निशाना बनाया जा रहा है। संघ और भाजपा का कहना है कि प्रदेश में मार्क्सवादी हिंसा को मुख्यमंत्री पी. विजयन का संरक्षण प्राप्त है। अब तक की घटनाओं में स्पष्ट तौर पर माकपा के कार्यकर्ताओं और नेताओं की संलिप्तता उजागर हुई है। लेकिन, राज्य सरकार ने हिंसा को रोकने के लिए कोई कठोर कदम नहीं उठाए हैं, बल्कि घटनाओं की लीपापोती करने का प्रयास जरूर किया है।
नगर सह मंत्री राहुल पांडेय ने कहा कि वामपंथी विचार के मूल में तानाशाही और हिंसा है। वामपंथी विचार को थोपने के लिए अन्य विचार के लोगों की राजनीतिक हत्याएं करने में कम्युनिस्ट कुख्यात हैं। भारत में पश्चिम बंगाल इस प्रवृत्ति का गवाह है और अब केरल में यह दिख रही है उन्होंने बताया कि 11 नवम्बर को वामपंथियों के विरोध में पूरे भारत से लाखों कार्यकर्ता केरल में एक दिवसीय विशाल आंदोलन करेंगे।
मौके पर ऎश्वर्य कु० तिवारी, आकाश श्रीवास्तव, राजा शर्मा, रोहित कुमार, अभजित कुमार, सुजीत कुमार, आदि सैकड़ो कार्यकर्ता मौजूद थे।