मेरी नहीं, श्री की इच्छा है ‘हिन्दवी स्वराज्य’

हिन्दवी स्वराज्य प्रतिज्ञा दिवस – वीर बालक शिवा ने 26 अप्रैल, 1645 को श्री रायरेश्वर महादेव का अभिषेक अपने रक्त से करके हिन्दवी स्वराज्य का संकल्प लिया था.  लोकेन्द्र सिंह पुणे की दक्षिण-पश्चिम दिशा में लगभग 82 किलोमीटर की दूरी पर, रोहिडखोरे की भोर तहसील में, सह्याद्रि की सुरम्य वादियों के बीच, समुद्र तल से…

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आदि शंकराचार्य का जीवन राष्ट्रीय एकता एवं अखंडता की भावना के संचार में सहायक

भारत की विविधता पश्चिमी जगत के लिए तो सदैव से आकर्षण, आश्चर्य एवं शोध की विषयवस्तु रही है, अनेक भारतीय विद्वान भी इसे लेकर मतिभ्रम एवं सतही-सरलीकृत निष्कर्ष के शिकार रहे हैं. यह कहना अनुचित नहीं होगा कि स्थूल, भेदकारी एवं कोरी राजनीतिक बुद्धि एवं दृष्टि से संपूर्ण भारतवर्ष में व्याप्त राष्ट्रीय एकता एवं अखंडता…

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