पटना- वैसी सारी चिजों को टैक्स से बाहर रखा गया है जिससे गरीबों की जिंदगी चलती है। जीएसटी आने से व्यपारियों की परेशानी कम होगी। जीएसटी में मतदान का भी प्रवधान है जिसके द्वारा जीएसटी से संबंधित विवादित विषयों को निरस्त किया जा सकता है लेकिन अभी तक 17 बार बैठक होने के बाद भी मतदान कराने आवस्यकता नहीं पड़ी है उक्त बातें केन्द्रीय कौशल विकास एवं उधमिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राजीव प्रताप रूड़ी ने कहा। शुक्रवार को पटना के भारतीय नृत्य कला मंदिर में भाजपा द्वारा आयोजित “जीएसटी संगोष्ठी” में श्री राजीव प्रताप रूड़ी ने कहा कि अनेक टैक्स के बदले एक टैक्स है इससे व्यापारियों को लाभ होने के साथ-साथ वे परेशानियों से भी बचेगें। व्यापारियों को पहले वेट, सीमा जैसे अनेकों टैक्स देने पड़ते थे लेकिन अब एक टैक्स जीएसटी ही लगेगा जिससे व्यापारियों को लाभ होगा। श्री रूड़ी ने कहा कि जीएसटी लागू होने से पहले राज्य राजनैतिक व्यवस्था से जुडें हुए थे लेकिन अब देश के राज्य आर्थिक व्यवस्था से जुड़ जाएगा। जीएसटी लागू होने के बाद यदि किसी राज्य को नुकसान होता है तो पांच साल तक उस नुकसान की भरपाई कि केन्द्र द्वारा की जएगी।
उन्होनें कहा कि जीएसटी लागू होने से एक वर्ष में एक प्रतिशत सकल घरेलु उत्पाद बढ़ने के साथ सड़क निर्माण प्रकिया 2019-2020 तक 22 किलोमीटर से बढ़ कर 33 किलोमीटर प्रतिदिन हो जाएगा। उन्होंने कहा की जिस दिन जीएसटी को लागू किया गया उसी दिन एक लाख सेल कंपनीयों को अघोषित कर दिया गया जो काले धन को बढ़ावा देता था। उन्होनें बिहार सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हमारा बिहार 30 वर्षो से उपभोक्ता बना हुआ है। इतने दिनों तक बिहार को खूब लूटा गया। बिहार में विकास से उपर जाती व्यवस्था है। उन्होंने कहा की हमारी सरकर गरीबों की सरकर है उनके लिए हो हो सकता है भाजपा कर रही हैं।
संगोष्ठी के दौरान अपने बातों को रखते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नित्यानंद राय ने कहा कि जीएसटी के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए 6 से 15 जुलाई तक बिहार के प्रतेक जिला केन्द्रों पर जीएसटी संगोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा जिसके द्वारा जीएसटी की पूरी जानकारी लोगों को दीजाएगी।